राजस्थान में हुई झमाझम बारिश के बाद जवाई बांध हुआ ओवरफ्लो खोलने पड़े 2 गेट
पश्चिमी राजस्थान के सबसे बड़े जवाई बांध के गेट रविवार सुबह 9 बजे खोले गए। अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी में जवाई के दो गेट खोले गए। गेट खुलते ही बांध का पानी वेग के साथ बहने लगा। सुमेरपुर शिवगंज के बीच गुजरने वाली जवाई नदी की रपट पर बेरिकेट्स लगाकर आवागमन पूरी तरह बंद किया।
पश्चिमी राजस्थान के सबसे बड़े जवाई बांध के गेट रविवार सुबह 9 बजे खोले गए। अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी में जवाई के दो गेट खोले गए। गेट खुलते ही बांध का पानी वेग के साथ बहने लगा। सुमेरपुर शिवगंज के बीच गुजरने वाली जवाई नदी की रपट पर बेरिकेट्स लगाकर आवागमन पूरी तरह बंद किया। पांच दशक में नौवीं बार गेट नंबर 2 और 10 को एक-,एक इंच खोला गया। सुरक्षा की दृष्टि से बांध के मुख्य द्वार पर पुलिस तैनात की गई। सेई बांध व अरावली की वादियों से जवाई नदी में आ रहे पानी से जवाई बांध का गेज शाम पांच बजे 61.15 फीट (7300.50 एमसीएफटी) पर पहुंच गया। बांध की कुल भराव क्षमता से महज 0.10 फीट नीचे है। बांध में अभी सेई बांध व अरावली की वादियों से 230 क्यूसेक पानी की आवक हो रही है। बांध का गेज हर 12 घंटे में करीब 0.5 फीट बढ़ रहा है। ऐसे में सुबह तक बांध का गेज 61.20 से ऊपर हो जाएगा। उधर, बांध में अब हवा के झोंकों के साथ गेटों के ऊपर से पानी छलक रहा है।
फिलहाल 13 में से खोलेंगे 2 गेट
जवाई बांध से पानी की निकासी के लिए उसके 13 गेटों में से अभी दो गेट एक-एक इंच खोले जाएंगे। इतने गेट खुलने पर एक गेट से 80 क्यूसेक पानी की निकासी होगी। दो गेट से 160 क्यूसेक पानी का नदी में बहाव होगा। यह पानी जवाई नदी में बहता हुआ जालोर जिले के आहोर की तरफ जाएगा।
पानी की आवक कम
जवाई बांध में जवाई के साथ अरावली की पहाड़ियों व आस-पास के क्षेत्र से पानी आ रहा है। पानी की आवक कम है। बांध में अभी आ रहे पानी को देखते हुए दो गेट से करीब 160 क्यूसेक पानी छोड़ेंगे।
गंगाराम सुथार, अधिशासी अभियंता, जवाई खण्ड जल संसाधन विभाग, पाली
भू-जल स्तर में होगी बढ़ोतरी
जवाई बांध से पानी की निकासी करने से आहोर व जालोर की ओर से नदी में जितनी दूरी तक व जितने समय तक पानी बहेगा। उससे आस-पास के कुएं व जलस्रोत रिचार्ज होंगे। नदी के आस-पास के खेतों में सिंचाई भी हो सकेगी। इससे किसानों को लाभ होगा।
Osam