पाली। ज़िले में देर रात मजदूरों से भरी एक बस हादसे का शिकार हो गई, जिसमें दो मासूम बच्चों की मौत हो गई और 28 लोग गंभीर रूप से घायल हुए।
बताया जा रहा है कि बस प्रतापगढ़ से जैसलमेर जा रही थी, तभी गाजनगढ़ टोल के पास तेज रफ्तार और लापरवाही के कारण बस पलट गई। हादसे में कई मजदूरों को गंभीर चोटें आईं, जिनमें कुछ का सिर और शरीर गंभीर रूप से घायल हुआ।
हादसे के करीब 13 घंटे बीत जाने के बाद भी प्रशासनिक लापरवाही सामने आई।
अस्पताल के बाहर बड़ी संख्या में घायल मजदूर भूखे-प्यासे पड़े रहे, जिनमें से कई अपने इलाज के इंतज़ार में थे।
कुछ मजदूरों ने तो खाने-पीने की तंगी के कारण बिना इलाज कराए ही अपने गांव लौटने का फैसला कर लिया।
पब्लिक लाइव न्यूज़ की टीम ने जब इन मजदूरों से बात की, तो उन्होंने बताया —
“हम लोग मेहनत-मजदूरी के लिए बाहर आए थे, पर हादसे में सब कुछ खो दिया। बस में हमारा सामान और जमा पैसे रह गए। अब हमारे पास इलाज या घर जाने तक के पैसे नहीं हैं।”
पब्लिक लाइव न्यूज़ की रिपोर्ट का असर जल्द ही दिखाई दिया।
हालांकि प्रशासन मौके पर सक्रिय नहीं दिखा, लेकिन समाजसेवियों ने मानवता की मिसाल पेश करते हुए मदद का हाथ बढ़ाया।
रेड क्रॉस सोसाइटी और स्थानीय समाजसेवकों ने मिलकर घायलों के लिए खाने-पीने की व्यवस्था की।
इस दौरान जिनेंद्र जैन, राजेश पुरोहित, अशोक पवार दुर्गा टेंट, सिकंदर खान भाटी, दलपत सिंह, प्रभु मेवाड़ा, भग्गाराम, पंकज कुमार, उत्तम सिंह, पुलिस चौकी स्टाफ विजय चारण आदि ने मिलकर जरूरतमंदों तक भोजन और पानी पहुंचाया।
इन समाजसेवकों की मदद से घायलों और उनके परिजनों को बड़ी राहत मिली है।