पाली। जिले के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय निम्बली उड़ा में चल रहे सांसद खेल महोत्सव के दौरान मंगलवार को खेल के बीच एक अफरा-तफरी मच गई, जब नौ बालिकाओं की अचानक तबीयत बिगड़ गई। इनमें से चार को पाली के बांगड़ अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया, जहां उनका उपचार जारी है।
जानकारी के अनुसार, विद्यालय में खो-खो प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था। यह मुकाबला निम्बली उड़ा और बागड़िया की दो टीमों के बीच खेला जा रहा था। खेल समाप्त होने के बाद जब छात्राओं ने पानी पिया, तो कुछ ही देर में उन्हें चक्कर और सांस लेने में परेशानी महसूस होने लगी। देखते ही देखते कई छात्राएं मैदान में गिर पड़ीं, जिससे मौके पर हड़कंप मच गया।

स्कूल स्टाफ की सूचना पर 108 एंबुलेंस पायलट महेंद्र और टीएमटी देशराज ने चार छात्राओं को बांगड़ अस्पताल पहुंचाया। वहां डॉक्टरों की टीम ने तत्काल उपचार शुरू किया।

घायल छात्राओं की पहचान इस प्रकार हुई —
1. खुशबू पुत्री बाबूलाल निंबाड़ा (निंबाड़ा गांव)
2. दिशा पुत्री तुलसीदास (निम्बली उड़ा)
3. निशा पुत्री बुधाराम (निम्बली उड़ा)
4. नीतू पुत्री जयराम (निम्बली उड़ा)
अस्पताल में इलाज कर रहे डॉ. सुखदेव सिंह ने बताया कि यह मामला फूड पॉइजनिंग का नहीं लग रहा है, संभवतः डी-हाइड्रेशन या थकावट के कारण छात्राओं की तबीयत बिगड़ी होगी। सभी की हालत फिलहाल खतरे से बाहर बताई जा रही है।

वहीं, स्कूल की प्रिंसिपल नीलम जाजू ने बताया कि सांसद खेल महोत्सव के तहत खो-खो टूर्नामेंट चल रहा था। गर्मी और डी-हाइड्रेशन के कारण 9 बालिकाओं की तबीयत बिगड़ी, जिनमें से 5 को प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिया गया और 4 को अस्पताल भेजा गया है।
घटना के बाद कुछ परिजनों ने स्कूल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है। छात्रा दिशा के परिजन श्यामदास ने बताया कि बच्ची करीब आधे घंटे तक बेहोश रही, लेकिन स्कूल स्टाफ ने तुरंत कार से अस्पताल नहीं पहुँचाया और एंबुलेंस का इंतजार करता रहा।
फिलहाल शिक्षा विभाग ने घटना की जानकारी ली है और जांच शुरू कर दी है।
