अरुण बैरवा सुमेरपुर,9461830820
पालड़ीजाेड़ में 15.51 लाख की लागत से पशु चिकित्सा उप केन्द्र भवन निर्माण काे लेकर किया भूमि पूजन,नींव भराई कर कार्य आरंभ करवाया,पशु चिकित्सा उप केन्द्र से मिलेगा पशुओं को बेहतर उपचार, पशुपालन व्यवसाय को भी मिलेगा बल: हरिशंकर मेवाड़ा

सुमेरपुर। उपखंड के पालडी जाेड़ गांव में धनापुरा जाने वाले मार्ग पर शुक्रवार काे पशु चिकित्सा उप केन्द्र भवन निर्माण काे लेकर भूमि पूजन व नीवं भराई कार्य विधानसभा सुमेरपुर कांग्रेस प्रत्याशी हरिशंकर मेवाड़ा, ग्राम प्रशासक महेन्द्र सिंह मेवाड़ा एवं भामाशाह परिवार के सदस्याें की माैजूदगी में वैदिक मंत्राेच्चार के बीच किया गया। संत नागदेवता मंदिर राजेन्द्रनाथ महाराज के सानिध्य में हरिशंकर मेवाड़ा व भामाशाह परिवार ने विधिवत रूप से भूमि पूजन किया। इसके बाद गेती-फावड़ेंं से नींव खुदाई का शुभ मुहूर्त कर ठेकेदार के हाथाें नींव का पत्थर रखवाकर कार्य आरंभ करवाया। ग्राम प्रशासक महेन्द्रसिंह मेवाड़ा की प्रेरणा से भामाशाह मिलापचंदजी ढुमावत जैन धनापुरा वाला परिवार के सहयाेग से करीब 15.51 लाख की लागत से उप केन्द्र भवन का निर्माण किया जाएगा। श्रीमती पानी बाई मिलापचंदजी ढुमावत जैन धनापुरा वाला राजकीय पशु चिकित्सा उप केन्द्र नामकरण काे लेकर पशुपालन विभाग पाली के संयुक्त निदेशक डा. मनाेज कुमार पंवार ने भामाशाह परिवार काे पत्र दिया। निर्माण के बाद भामाशाह परिवार सदस्य भवन का उद्घाटन करवाकर पशु पालन विभाग काे सुपूर्द करेंगे।
इस माैके पर भामाशाह अशाेक जैन, बसंत जैन, महावीर जैन व संजय जैन पुत्र मिलापचंद जैन धनापुरा, ग्राम विकास अधिकारी निंबाराम मीणा, बाबुलाल माली, कैलाश रावल, पूर्व सरपंच हंसाराम गर्ग, थानाराम घांची, हेमाराम घांची, छगनलाल भाटी, कैलाश रावल, रणछाेड़ रावल, जीवनसिंह राणावत, गणवत सिंह राणावत, श्रीपाल सिंह देवड़ा, भाेमराम सैन, प्रकाश लुहार, राजु महाराज, मुकेश माली, लाखाराम देवासी, बाबुलाल गहलाेत, सदाराम भील, विरमाराम देवासी, रावाराम मेघवाल, कालुराम मेघवाल सहित ग्रामवासी माैजूद रहें।
15.51 लाख से हाेगा निर्माण, पशुपालकाें काे मिलेगा लाभ
ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कांग्रेस प्रत्याशी हरिशंकर मेवाड़ा ने कहा कि पालडीजाेड़ में पशु चिकित्सा उप केन्द्र नहीं हाेने से पशु पालकाें काे दूरस्थ क्षेत्राें काेरटा-बामनेरा या सुमेरपुर शिवगंज अपने पशुओ का इलाज करवाने के लिए लंबी दूरी तय करनी पड़ती थी, जो कि एक अत्यंत कठिन और पीड़ादायक कार्य था। लेकिन अब इस नई सुविधा से ग्रामीणों को अपने ही गांव में पशु चिकित्सा की सुविधा उपलब्ध होगी। अब गांव में ही पशु चिकित्सा उप केन्द्र का निर्माण कार्य शुरू हाे चुका हैं। जल्द ही यह बनकर तैयार हाे जाएगा, जल्द ही इसका उद्घाटन कर आमजन को समर्पित किया जाएगा। इस उप केन्द्र के शुरू होने से न केवल पशुओं का बेहतर उपचार संभव होगा, बल्कि पशुपालन व्यवसाय को भी बल मिलेगा।
