सोनोग्राफी करवाने आए वृद्ध मरीज और डॉक्टर के बीच क्यों चले मुक्के, खबर को पूरा पढ़े,,,

पाली,,,बांगड़ अस्पताल में सोनोग्राफी करवाने आए मरीज बचपन वर्षीय जेठाराम पुत्र राजाराम और सोनोलॉजिस्ट डॉक्टर ए के मौर्य के बीच विवाद हो गया। के चित्र लगा होने की एक हाथ में यूरिन की थैली थी तो दूसरे हाथ में स्टील उठाकर सोनोलॉजिस्ट पर हमला करने की कोशिश की स्टाफ के बीच बचाव किया लेकिन मरीज ने डॉक्टर मौर्य को मुक्के मारे जिसकी वजह से हमले में हाथ की उंगली और गाल पर चोट आई दूसरी और मरीज का कहना है कि 3 घंटे इंतजार के बाद भी सोनोग्राफी का नंबर नहीं आया जबरन अंदर जाने की कोशिश की तो डॉक्टर ने उन्हें धक्का मार कर बाहर कर दिया और मेरे सीने पर भी मुक्का मारा।घटना पाली के बांगड़ अस्पताल का है जहां 10 नंबर कक्षा में सोनोग्राफी रूम के गेट पर यह हंगामा हुआ आधे घंटे तक चल हंगामा के बाद पुलिस की समझे से मामला शांत हुआ दोनों ही पक्षों ने देर शाम तक फिर दर्ज नहीं करवाई बता दे की बाबा रामदेव कॉलोनी निवासी जेठाराम पुत्र राजाराम पुनीत में किसी फैक्ट्री में काम करता है जेठाराम को सुबह यूरिन में जलन और ब्लड आने की दिक्कत हुई। डॉक्टर को दिखाने के साथ ही उसे अस्पताल में भर्ती कर दिया गया। डॉक्टर ने उन्हें सोनोग्राफी करने की सलाह दी। जेठाराम का कहना जेठाराम का कहना था कि पिछले तीन घंटे से सोनोग्राफी गेट के बाहर बैठा था लेकिन कोई उनके सोनोग्राफी नहीं कर रहा ,जबकि बाद वाले भी पहले सोनोग्राफी करने का करवा कर जा रहे थे। इस पर मैं अंदर गया तो मुझे धक्का मुखी करते हुए बाहर निकाल दिया। और मेरे सीने पर भी मुक्के मारे गए तो वही सोनालिजिस्ट डॉक्टर का कहना है कि वह गेट को धक्का मार कर अंदर आया और स्टाफ के साथ धक्का मुक्की की मैं थोड़ा बाहर की तरफ धकेला, तो वह हमले पर उतारू हो गया और कुर्सी उठाकर मारने की कोशिश करते। हुवे मेरे साथ हाथापाई की जिसके कारण मेरी अंगुली और गाल पर चोट आई। सबसे बड़े बांगड़ अस्पताल में रोज 1000 से 1200 के बीच मरीज अपना इलाज करवाने आते हैं। और करीब प्रतिदिन 200 k सोनोग्राफी की जाती है। ओर केवल दो ही डॉक्टर है एक डॉक्टर के चले जाने पर पूरा विभाग की जिम्मेदारी दूसरे डॉक्टर पर आ जाती है। कई बार विभाग के द्वारा अन्य डॉक्टर लगाने की आगे एप्लीकेशन भी लिखी गई। यहा तक की पूर्व विधायक ज्ञानचंद परख ने भी विधानसभा में मुद्दा उठाया था ।लेकिन कोई भी सोनोग्राफी डॉक्टर नहीं लगाया गया। बता दे की बता दें कि सोनोग्राफी करवाने के लिए मरीजों को 15 दिनों तक इंतजार करना पड़ता है । इसका सबसे बड़ा कारण है कि स्टाफ और सोनोग्राफी डॉक्टर की कमी के चलते ऐसा हो रहा है।

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