पाली। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) पाली की पूरी ज़िला टीम ने भ्रष्टाचार और पक्षपात के आरोप लगाते हुए सामूहिक इस्तीफ़ा दे दिया है।
जिला अध्यक्ष आसिफ़ ख़ान सिलावट समेत सभी पदाधिकारियों ने प्रदेश नेतृत्व पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि 22 जून 2025 को जयपुर में हुई बैठक में ज़िला प्रभारी द्वारा पार्टी टिकट के लिए पैसे मांगने की ऑडियो रिकॉर्डिंग प्रस्तुत करने के बावजूद उच्च नेतृत्व ने कार्रवाई करने के बजाय उसे नज़रअंदाज़ कर दिया।
इस्तीफ़ा पत्र में बताया गया है कि प्रदेश उपाध्यक्षों और अन्य वरिष्ठ नेताओं ने पदाधिकारियों के मोबाइल तक जमा करवाए और यह तक कहा कि “पार्टी टिकट के पैसे लेगी, अगर पैसे नहीं लेगी तो पार्टी कैसे चलेगी।”
पदाधिकारियों ने इसे AIMIM की मूल विचारधारा और ईमानदार कार्यकर्ताओं के परिश्रम के साथ विश्वासघात बताया। उनका कहना है कि भ्रष्टाचार और गलत नीतियों को समर्थन देना किसी भी हाल में स्वीकार्य नहीं है।
सामूहिक इस्तीफ़ा देने वालों में ज़िला अध्यक्ष आसिफ़ ख़ान सिलावट, विधानसभा अध्यक्ष गुलाम हुसैन सर, शहर अध्यक्ष निज़ाम सोढा सिन्धी, विधानसभा उपाध्यक्ष मोहम्मद अयूब सुलेमानी, विधानसभा महासचिव नदीम कुरैशी, जिला महासचिव फिरोज सामरिया समेत 15 से अधिक पदाधिकारी शामिल हैं।
पदाधिकारियों ने साफ कहा कि वे भविष्य में भी मजलूमों और समाज की सेवा करते रहेंगे लेकिन भ्रष्टाचार और ग़लत नीतियों का समर्थन नहीं करेंगे।