पाली जिले के मूल निवासी जैतराण पालियावास गांव के आनंदसिंह राजपुरोहित को डीआईजी पद पर पदोन्नत कर जम्मू में पोस्टिंग दी। राजपुरोहित फिलहाल दिल्ली में सेवा दे रहे हैं। राजपुरोहित का जन्म 1969 ग्राम पालियावास पोस्ट रास तहसील जैतारण जिला पाली राजस्थान के अंदर हुआ जिनकी शिक्षा पाली के राजकीय उच्च माध्यमिक बांगड़ स्कूल के अंदर हुई और कॉलेज की शिक्षा राजकीय बांगड़ महाविद्यालय के अंदर हुई उन्होंने शिक्षा के अंदरBSC MATH प्रथम श्रोणीमहर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी अजमेर से प्राप्त की सर्वप्रथम केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल में सहायक कमांडेंट के रूप में वर्ष 1994 में उनकी नियुक्ति हुईजिनकी केंद्रीय पुलिस संगठन अखिल भारतीय परीक्षा में दसवां स्थान प्राप्त किया राजपुरोहित की अनेक जगह तैनाती ड्यूटी के अंदर गंधर्बल सोपारा एवं श्रीनगर आदि कश्मीरी घाटी की आसक्ति संवेदनशील क्षेत्र के अंदर रही जिसमें जागी रोड गुवाहाटी असम नक्सल प्रभावित वारंगल तेलंगाना एवं बीजापुर दंतेवाड़ा छत्तीसगढ़ जैसे क्षेत्रों में भी उनका कार्यकाल रहा राजपुरोहित के स्व . पिताजी भंवर सिंह राजपुरोहित सेवानिवृत प्रधानाध्यापक राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय आदर्श नगर के अंदर अपनी सेवाएं दे रहे थे राजपुरोहित का वर्ष 1994 में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल में सहायक कमांडेड के पद में चयन हुआ था। उन्होंने केंद्रीय पुलिस संगठन की अखिल भारतीय परीक्षा में 10 वां स्थान प्राप्त किया। राजपुरोहित ने वर्ष 1997 में गांदरबल कश्मीर में आतंकवादियों को मार गिराने पर राष्ट्रपति द्वारा वीरता के लिए पुलिस पदक दिया। वर्ष 2008 में सोपोर कश्मीर में आतंक वादियों को मार गिराने के बाद दूसरी बार राष्ट्रपति द्वारा वीरता के लिए पुलिस पदक मिला। राजपुरोहित के डीआईजी के पद पर पदोन्नति होने पर सुनील गुप्ता, अनिल गुप्ता ,दिलीप कुमार भेरवानी , योगेश कुमार भैरवानी , दिनेश योगी मान सिंह डॉक्टर भूपेंद्र, दलपत सिंह सहित समस्त मित्रगण पाली ने भा खुशी जाहिर करते हुए उज्जवल भविष्य की कामना की।
राजपुरोहित ने किया पाली जिले के जैतारण के पालियावास गांव का नाम रोशन, डीआईजी पद पर हुए पदोनित,,वीरता के लेकर राष्ट्रपति से पुलिस वीरता पदक से भी हो चुके हैं सम्मानित,,,,
