पाली के समीप रोहट के जेतपुरा थाने के पास एक गांव की दो पड़ोसी लड़कियों ने आपस में शादी करने का फैसला सोमवार की दोपहर काउंसिलिंग के बाद रद्द कर दिया। सखी सेंटर में तीन राउंड की काउंसिलिंग के बाद दोनों अपने-अपने घर जाने के लिए राजी हुई। दोनों ने कहा कि वे दोनों आपस में शादी नहीं करेगी। और अपने दम पर कामयाब होगी। दोनों के राजी होने पर परिजनों, पुलिस और सखी सेंटर प्रबंधन ने भी राहत की सांस ली।
सखी सेंटर प्रभारी देवी बामणिया ने बताया कि रविवार की शाम से लेकर सोमवार की दोपहर तक दोनों को कभी साथ तो कभी अलग-अलग बैठाकर काउंसिलिंग की। लेकिन दोनों आपस में शादी करने पर अड़ी रही। दोनों ने कहा कि उन्हें घर वाले नहीं समझते। वे एक-दसरे को अच्छी तरह से समझती है और दोनो एक दुसरे का हमसफर बनना चाहती है। उन दोनो की बात सुनने के बाद सखी सेंटर में काम करने वाली केस वर्कर गीता देवी, सोनिया जोशी, कुंती बाला द्वारा तीन राउंड की समझाइस के बाद सोमवार दोफहर के बाद दोनो ने अपने माता पिता के घर जाने को राजी हुई। बता दे कि रोहित क्षेत्र के जैतपुर थाने में दो युवतियां एक की उम्र 20 साल तो दूसरे की उम्र 25 साल थी। इन दोनो के अनुशार ये दोनो पिछले 2 साल से आपस में प्रेम करती है और दोनो एक दूसरे शादी करने को लेकर जेतपुरा थाने पहुंची और थानाधिकारी को आपस में शादी कराने की बात कही। जिस पर थाने से पुलिस कांस्टेबल के साथ दोनो युवतियों को अपने परिवार के सदस्यों के साथ पाली बांगड़ अस्पताल परिषर स्थित सखी सेंटर भेजा गया। जहा सखी सेंटर अधिकारी देवी बामनिया और उनकी टीम के द्वारा करीब 8 से 10 घंटे की समझाइश के बाद दोनो को अपने अपने घर जाने को राजी किया।
काउंसलिंग के बाद दोनों युवतियों का आपस में शादी करने का उतरा बुखार,ऐसा क्या हुआ जो आपस में शादी करने की सोची,न्यूज को पूरा पढ़े,,,
