38 सेकंड में 241 जिंदगियाँ राख हो गईं, लेकिन फोन करने पर 30 सेकंड अमिताभ बच्चन को सुनना पड़ा… क्या ये सही है?

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हर कॉल से पहले चेतावनी… ज़रूरत या जानलेवा देरी?

नई दिल्ली:देश में साइबर क्राइम से लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से हर कॉल के शुरू में साइबर सेफ्टी की एक आवाज़ बजाई जाती है, जिसे बॉलीवुड अभिनेता अमिताभ बच्चन ने रिकॉर्ड किया है। इस चेतावनी में बताया जाता है कि किसी भी फ्रॉड से सावधान रहें और OTP या बैंक डिटेल्स किसी को न दें।

यह संदेश निश्चित रूप से जागरूकता फैलाने के लिए जरूरी है — लेकिन सवाल यह है कि क्या यह हर बार सुनना जरूरी है, खासकर तब जब किसी की जान पर बन आई हो?

एक हालिया हादसे में सिर्फ 38 सेकंड में 241 लोगों की जान चली गई। सोचिए, अगर उस वक्त कोई मदद के लिए फोन करता, तो क्या होता?

📞 30 सेकंड तक अमिताभ बच्चन की चेतावनी, फिर कॉल कनेक्ट — और तब तक हो सकता है बहुत देर हो जाए।

अब यह एक बड़ा सवाल बन गया है —

> “क्या साइबर सुरक्षा की यह ऑडियो चेतावनी, किसी की जीवन सुरक्षा से ज्यादा जरूरी है?”

 

⚠️ गंभीर स्थिति में यह चेतावनी बन सकती है जानलेवा:

हार्ट अटैक के केस में हर सेकंड कीमती होता है।

एक्सीडेंट, आग लगने, या आत्महत्या जैसे मामलों में देरी नहीं होनी चाहिए।

इमरजेंसी कॉल (112/108) पर भी यह ऑडियो रुकावट बन सकती है।

✅ क्या हो सकता है समाधान?

1. सिर्फ दिन में पहली कॉल पर चेतावनी बजे।

2. आपातकालीन नंबरों पर यह ऑडियो पूरी तरह हटे।

3. यूज़र को स्किप या म्यूट का विकल्प दिया जाए।

📢 आपकी आवाज़ जरूरी है!

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हमें साइबर सुरक्षा के साथ-साथ जीवन सुरक्षा का भी ध्यान रखना होगा।

  • जान बचाना प्राथमिकता होनी चाहिए — प्रचार नहीं

खबर ,डॉ.पंकज मुंदड़ा पाली

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