पाली। विश्व गुरु महामंडलेश्वर स्वामी महेस्वरानंद जी महाराज के ओम् आश्रम जाड़न में विश्व का पहला ओम् आकार मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के पाँचवें दिन वसंत पंचमी के दिन विभिन्न धार्मिक कार्यक्रम हुए सुबह 8.30 बजे यज्ञ आरम्भ हुआ जिसमें सभी देश विदेश के यजमानो ने आहुति प्रदान की व अभिजीत मुहूर्त में महामंडलेश्वर स्वामी महेस्वरानंद जी महाराज के हाथों वास्तु प्रासाद शिखर पूजन हुआ जिसमें हज़ारों भक्तगण मोजुद रहे स्वामी महेस्वरानंद जी महाराज ने ऊदबोधन में कहा की ओम् मंदिर की pratishtha बहुत ही सुभ समय हो रही हे ईश समय माँ दुर्गा के नवरात्रि चल रहे हे भगवान शिव अपने द्वादश ज्योतिर्लिंग स्वरूप व 1008 अलग अलग रूपों में व साथ में माँ पार्वती पुत्र गणेश पुत्र कार्तिकेय सम्पूर्ण शिव परिवार के साथ विराजमान होंगे ओम् मंदिर के बाहर भक्त नंदी को बिठाया जाएगा
इसी क्रम में दिन को 3 बजे शिव महापुराण कथा व्यास पीठ पर महामंडलेश्वर स्वामी चिदम्बरानंद जी महाराज जी के श्री मुख से हो रही हे कथा में ओम् की महिमा करते हुए बताया की सम्पूर्ण सृष्टि की उत्पत्ति ओम् से हुई हे व बताया की केसे देवर्शी नारद जी विश्व मोहिनी पर मोहित हुए व भगवान विष्णु जी ने केसे उनका मोह भंग किया शाम को जसनाथ जी के धुना से आए सूरजनाथ जी महाराज की मंडली ने अग्नि नृत्य किया सम्पूर्ण कार्यक्रम विश्वगुरु स्वामी महेस्वरानंद जी महाराज के सानिध्य में हुए साथ में जम्मू से अक्षरानंद गिरी जी महाराज लुधियाना से विध्यागिरी जी महाराज हरिद्वार से स्वामी कामेश्वरपूरी जी स्वामी चंद्रशेखरानंद जी विवेक भारती जी महाराज बनारस से शंकर गिरी जी महाराज विशवेशवर दास जी महाराज व देश विदेश के साधु संत उपस्थित रहे।