गुरु द्वय जन्म जयंती के अवसर पर मासक्षमण (30 उपवास) की तपस्वी का किया गया अभिनन्दन

पाली।आचार्य रघुनाथ स्मृति जैन भवन, रुई कटला मे चातुर्मास हेतु विराजित महासती श्री मंजुलज्योतिजी म. सा. आदि ठाणा 5 की निश्रा मे *”गुरु द्वय जन्म जयन्ति”* मरुधर केसरी श्री मिश्रीमलजी म. सा. की 134 वी जन्म जयन्ति एवं वरिष्ठ प्रवर्तक श्री रुपचंदजी ” रजत” म. सा. की 97 वी जन्म जयन्ति के अवसर पर द्वितीय दिवस 14/8/24 को कार्यक्रम के अंतर्गत

3-3 सामायिक का आयोजन किया गया जिसमे लगभग 200 श्रावक श्राविकाओ भाग लिया।जिसके प्रभावना के लाभार्थी जवरीलाल शरबतचन्द सचिन कुमार पगारिया परिवार थे ।
गुणगान एंव प्रवचन प्रभावना के लाभार्थी शान्तीलाल प्रशान्त कुमार ऊधम कटारिया परिवार थे।

प्रवचन मे महासती श्री मंजुलज्योति जी म. सा. ने फरमाया की पूज्य गुरूदेव श्री मरूधर केसरी का जन्म श्रावण सुद चौदस संम्वत 1948, मगलवार 18/8/1891 पाली के राणा गांव मे, पिता शेषमलजी सोलंकी व माता श्रीमती केसर कंवर सोलंकी के यहाँ हुआ था। उनकी दीक्षा अक्षय तृतीया वि स 1975 को स्वामी श्रीबुधमलजी म सा के सान्निध्य मे सोजत सिटी में हुई थी । आपको श्रमण संघ का मंत्री पद अजमेर मे आयोजित वृहद साधु सम्मेलन में विक्रम संवत 1990 मे दिया गया। आपको मरुधर केसरी, श्रमण सूर्य, आदि उपमाओ से अलंकृत किया गया था। आपने अनेक जगहों पर पशुबली बंद करवाई। एवं आप अपने सम्पूर्ण जीवन काल मे समस्त श्रमण संघ की एकता बनाये रखने हेतु तत्पर रहे. गुरुदेव के उपदेशों को अपने जीवन मे हमें ग्रहण करना चाहिए।

मित्र मंडल के मंत्री सज्जनराज गुलेच्छा ने बताया की श्रीमती रेखादेवी धर्मपत्नी श्री प्रशांतजी पुत्रवधू रतनदेवी शान्तीलालजी कटारिया ने 30के प्रत्याख्यान लिए। एवं संघ अध्यक्ष गौतमचंद कवाड़, पुखराज लसोड,नरेंद्र पंच, धनपत चोपड़ा, प्रकाशचंद कटारिया आदि कार्यकारिणी सदस्यों द्वारा तपस्वी का स्वागत एवं बहुमान किया गया। श्री मरुधर केसरी मित्र मंडल द्वारा भी तपस्वी का चुन्दडी, अभिनन्दन पत्र द्वारा स्वागत किया गया।
त्रिशला महिला मंडल, पुष्कर महिला मंडल, राजुल मंडल द्वारा भी स्वागत किया गया।
आयोजक:- *श्री मरुधर केसरी मित्र मंडल* पाली

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