पाली। शहर के रूप रजत विहार में श्री तिलोक रत्न परिक्षा बोर्ड अहमदनगर के अध्यक्ष श्री नेमीचन्द जी चोपड़ा के प्रयासों से त्रिदिवसीय शिविर का आयोजन सुंदर रूप से चल रहा है। 6 जनवरी 2024 को गुरु आनंद मिश्री रूप दरबार में 400 स्वाध्यायीयों के साथ त्रिदिवसीय स्वाध्याय प्रशिक्षण शिविर के तीसरे दिन पौष वदी दसम प्रभु पार्श्वनाथ जन्म कल्याणक 200 एकाशन तप करके मनाया गया । तीर्थंकर धरा पर जन्म लेते ही जीवों को शान्ति मिलती है और वैर को विराम मिलता है।प्रभु पार्श्व के नाम स्मरण से ही संकटहरण हो जाते है यह भाव उप प्रवर्तक श्री गौतम मुनि जी ने दिए ।
गुणों में रुचि निर्माण करे वो गुरु और प्रभु वाणी से जोड़ दे वे गुरु यह भाव श्री सागर मुनि जी ने दिए । उप प्रवर्तिनी श्री मैना कवर जी म.सा ने बताया दुःख का सम्मान और सुख का दुत्कार ही व्यक्ति को महान बनाता है ।चरित्र की मजबूती हो तो देव और देवेंद्र चरणों मे नमन करते है । श्रीमान सा नेमीचन्द जी चोपड़ा ने सभी स्वाध्यायी को कहा शिविर में आये सभी स्वाध्यायी अगली बार एक नए स्वाध्यायी को तैयार करेंगे । आपका अध्ययन जिनशासन की सेवा में काम करेगा यही भावना है । धर्म सभा मे मुमुक्षु कु .खुश चोपड़ा का अनुमोदन किया गया । रूप रजत विहार के श्री सज्जनराज जी गोलेच्छा ने बताया की 7 जनवरी 24 को शिविर का समापन होगा।शिविरार्थियों के सेवा में श्री मरुधर केशरी मित्र मंडल, श्री वर्धमान स्थानकवासी नवयुवक मंडल ओर त्रिशला महिला मंडल का सहयोग रहा। उप प्रवर्तक श्री विनय मुनि जी के मांगलिक से सभा का समापन हुआ।