पाली। शहर के एक निजी होटल में प्रेस वार्ता में मीडिया से रूबरू होते हुए छात्र नेता सुनील चौधरी ने बताया कि पिछले एक दशक से पाली लोक सभा क्षेत्र की जनता के साथ संवाद का सिलसिला टूट चुका है। जनप्रतिनिधियों द्वारा पानी के आवाज़ को देश की सबसे बड़ी पंचायत में नहीं उठाया जा रहा है। जबकि यहाँ के सांसद पिछही सरकार में मंगी भी थे और अब भी वे ही सांसद है। लेकिन जनता की समस्याओं का समाधान नहीं हो रहा है ।पाली लोक सभा क्षेत्र अलग अलग प्रकार का है। धार्मिक व इतिहासिक स्थलों की बड़ी मात्रा में उपस्थिति के बावजूद भी राजस्थान की राजनीति में चाही अपना अलग पहचान स्थापित नहीं कर पाया है। इसलिए पाही लोक सभा क्षेत्र के
लोगों से मिलकर उनके संवाद स्थापित करेंगे। अभी यात्रा शुरू क्यों कर रहे है फरवरी के अंत तक लोक सभा चुनाव की घोषणा होने वाली है। हमारे यहाँ अप्रैल में चुनाव प्रस्तावित है। पाली लोक सभा क्षेत्र की जनता से इससे पूर्व मिलकर उनकी समस्याओं को जानेमें, उन्हें उपयुक्त विकल्प उपलब्ध करवाने हेतु यह यात्रा ही जा रही है। इस यात्रा के उद्देश्य पाली के युवाओं से संवाद कर उनकी समस्याएँ जानना व संभावित विकल्पों हेतु विचार विमर्श करना । पाली के ग्रामीण क्षेत्र विशेषकर महिलाओं, पिछड़ों व गरीबों से संवाद कर उन्हें संबल प्रदान करना । एक दशक से विकास की मुख्य धारा से छूटी पाली को पुनः मुख्य धारा में लाने के संदर्भ में विज़न तैयार करना । पाली संभाग बन जाने के बाद आधारभूत सरंचना के विकास का खाका खींचना।पाली की धार्मिक नगरी के रूप में पहचान को पुनः स्थापित करना ।पाली के इतिहासिक गौरव को देश की जनता के समक्ष रखना । पार्टी के विकास का रोडमैप तैयार करना ।पाली सभाग बनने के बाद यहां के छात्रो को जो परेशानिया झेलनी पड़ रही है उसके विश्वविद्यालय खोलने के लिये प्रयास किए जायेंगे