पाली।शहर का सत्यनारायण मार्ग इन दिनों बदहाल सड़कों और प्रशासनिक उपेक्षा का प्रतीक बन चुका है। सड़क पर जगह-जगह गहरे गड्ढे पड़ चुके हैं, जिनमें एक फिट तक पानी भरा रहता है। रोजाना सैकड़ों वाहन चालक और पैदल यात्री इन गड्ढों में फिसलकर गिरते हैं, लेकिन नगर निगम और जिला प्रशासन दोनों ने आंखें मूंद रखी हैं।
बच्चों और महिलाओं की सुरक्षा खतरे में
यह मार्ग कई स्कूलों और मुख्य आवासीय इलाकों को जोड़ता है। स्कूल आने-जाने वाले छोटे बच्चों को रोजाना कीचड़ और गड्ढों से होकर गुजरना पड़ता है। महिलाओं और बुजुर्गों के लिए इस रास्ते पर चलना किसी खतरे से कम नहीं।
गंदगी और दुर्गंध ने बढ़ाई परेशानी
सत्यनारायण मार्ग पर जल निकासी की कोई व्यवस्था नहीं है। नालियों का गंदा पानी सड़क पर फैलकर कीचड़ बन गया है। चारों ओर दुर्गंध फैली हुई है, लेकिन सफाई विभाग, निगम और प्रशासन — तीनों की चुप्पी जनता को झकझोर रही है।
प्रशासनिक लापरवाही पर जनता में गुस्सा
स्थानीय लोगों ने बताया कि कई बार शिकायतें करने के बावजूद न तो कोई निरीक्षण हुआ और न ही मरम्मत कार्य शुरू हुआ। निगम अधिकारी एक-दूसरे पर जिम्मेदारी डाल रहे हैं, और प्रशासन की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।
एक नाराज नागरिक ने कहा
“पाली नगर निगम और प्रशासन दोनों सिर्फ़ कागज़ों में विकास दिखा रहे हैं। सड़कों पर हकीकत यह है कि जनता हर दिन गिर रही है, चोटिल हो रही है, लेकिन किसी अधिकारी को फर्क नहीं पड़ता।”
जनता की चेतावनी कार्रवाई नहीं हुई तो आंदोलन होगा
स्थानीय निवासियों ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही सड़क की मरम्मत, सफाई और जल निकासी की व्यवस्था नहीं की गई, तो वे पाली नगर निगम और जिला प्रशासन के खिलाफ सामूहिक रूप से आंदोलन करेंगे।
जनता की एक ही मांग है
प्रशासन अब और बहाने न बनाए, तुरंत सड़क की मरम्मत कर आमजन को राहत दिलाए।